प्रधान बिना किसी स्वीकृत अराजकता के बल पर भूमि पर अवैध कब्जा कर जमीन से पक्का रास्ता बनवा रहा
फर्रुखाबाद तस्वीर न्यूज़ ।थाना क्षेत्र मेरापुर एवं विकासखंड नवाबगंज में स्थित ग्राम पंचायत गठवाया का मजरा मगटई तहसील क्षेत्र कायमगंज में आता है। इस गांव के निवासी रामसनेही पुत्र स्वर्गीय परमेश्वरी दयाल की पैतृक भूमि गांव स्थित गाटा संख्या 28 है। यह भूखंड रामसनेही के घर से दक्षिण की ओर मकान से सटा हुआ है। गत ग्राम प्रधान के चुनाव में रामसनेही ने दबंग ग्राम प्रधान दिनेश चंद्र प्रजापति को वोट देने तथा सपोर्ट करने से यह कहते हुए साफ मना कर दिया था। कि वह अपना वोट किसी अमन पसंद तथा विकास कराने वाले उम्मीदवार को ही देंगे। इस पर दिनेश खुन्नस मानकर चला गया था ।संयोग से दिनेश ही ग्राम प्रधान के चुनाव में निर्वाचित घोषित हो गया। उसी समय से वोट न देने की रंजिश मान कर वह रामसनेही को सबक सिखाने की धमकी देकर परेशान करने लगा।प्रधान ने वैसे तो कई बार रामसनेही को परेशान करने तथा नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। लेकिन अब हद हो गई जब ग्राम प्रधान बिना किसी स्वीकृत के या फिर यूं कहें कि जिस जगह या जिस भूखंड से होकर कोई आम रास्ता या चक मार्ग है ही नहीं, वहां से अवैध कब्जा कर जबरिया अराजकता के बल पर भूमि पर अवैध कब्जा करके किसान के गाटा संख्या 28 वाली जमीन से पक्का रास्ता बनवा रहा है।इस विवाद में जब जिलाधिकारी ,पुलिस अधीक्षक आदि अधिकारियों से पीड़ित ने गुहार लगाई तो उस समय राजस्व टीम ने मौके पर जाकर स्थलीय तथा अभिलेखीय निरीक्षण किया था।उनकी रिपोर्ट के अनुसार गाटा संख्या 28 रामसनेही का पैतृक(मारूसी) भूखंड है।यहां से होकर किसी भी नाली या रास्ता का होना राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं है। इससे यह साफ होता है कि ग्राम प्रधान अपनी मनमानी करके अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करके निर्माण करा रहा है। कराए जा रहे निर्माण की शिकायत लेकर पीड़ित अभी लगभग 2 दिन पहले ही उप जिलाधिकारी कायमगंज से मिला। उसने एक लिखित शिकायती पत्र सौंपा।एसडीएम ने विकास खंड अधिकारी नवाबगंज को पत्र भेजकर संबंधित मामले का संज्ञान ले तत्काल समुचित कार्यवाही करने का आदेश दिया। वीडियो ने जब ग्राम पंचायत गठवाया के ग्राम पंचायत सचिव नीरज यादव से जानकारी चाही। तो पंचायत सचिव ने लिखित रूप से बताया कि ग्राम पंचायत गठवाया के ग्राम मगटई में ग्राम पंचायत निधि प्रथम से कोई भी सीसी मार्ग और नाला आदि का निर्माण कार्य वर्तमान समय में न कराया जा रहा है ,और न ही प्रस्तावित है। यह बात भी यह साबित करती है कि जब कोई निर्माण कार्य न प्रस्तावित है और ना कराया जाना स्वीकृत है। तो फिर ग्राम प्रधान क्यों और कैसे रामसनेही के गांव स्थित गाटा संख्या 28 वाली जमीन पर पक्का रास्ता वनवा रहा है। ग्राम प्रधान का आचरण दबंगई एवं गुंडागर्दी से भरा है। वह राजनीतिक खुन्नसवश गांव के अपने सहयोगी तथा भूमाफिया नानिकराम, होते लाल, सुमेर, दुर्विजय, रंधीर आदि कुछ लोगों की योजना के आधार पर ही यह अवैध निर्माण कार्य करके वास्तविक भूस्वामी को मानसिक आर्थिक नुकसान तथा पीड़ा पहुंचा कर परेशान कर रहा है। विडंबना तो यह है कि राजनीतिक संरक्षण के चलते फल-फूल रही गुंडागर्दी की छाया में ग्राम प्रधान अपनी मनमानी करता चला जा रहा है। और प्रशासन राजनीतिक दबाव के कारण पूरी तरह आंखें बंद करके सब कुछ देख रहा है। पुलिस का हाल तो ऐसा है मानो कोई मूक व्यक्ति जानते हुए भी कुछ भी बोल नहीं सकता। ऐसा ही पुलिस का रवैया इस प्रकरण में बना हुआ है ।क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यदि यही हाल रहा तो ऐसे लोग वर्तमान सरकार के लिए कांटे ही बो रहे हैं। जिससे योगी जैसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री की ओर अनायास ही सवालिया निशान दागे जाने लगे हैं।